देहरादून : जल जीवन मिशन के तहत निविदाओं को निरस्त कर कार्य ग्राम पंचायत को दिए जाने की मांग को लेकर ग्राम प्रधान के प्रांतीय संगठन का धरना पिछले छह दिनों से देहरादून के एकता विहार धरना स्थल पर जारी है। मांगों के समर्थन में शनिवार को चम्पावत जिले के प्रधान संगठन के पदाधिकारी देहरादून पहुंचे और उन्होंने आंदोलन को समर्थन दिया है। प्रांतीय संगठन ने ऐलान किया है कि यदि 28 सितंबर तक सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तो वह मुख्यमंत्री आवास घेराव व उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
प्रदेश अध्यक्ष भाष्कर सम्मल के नेतृत्व में पिछले छह दिनों से ग्राम प्रधान संगठन का निविदाओं को निरस्त किए जाने सहित तमाम मांगों को लेकर धरना जारी है। शुक्रवार को देहरादून में आयोजित सभा में प्रदेश प्रभारी प्रकाश माहरा ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानों के साथ छलावा कर रही है और उनके हितों को दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो प्रधान मुख्यमंत्री आवास घेराव, विधानसभा घेराव, सचिवालय घेराव को बाध्य होंगे। साथ ही वह अपनी मांगों के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष भाष्कर सम्मल ने कहा कि यदि सरकार 28 सितंबर तक कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तो प्रधान संगठन अपना धरना-प्रदर्शन और उग्र करेगा। इस मौके पर निर्णय लिया गया कि 5 अक्टूबर को प्रधान मुख्यमंत्री आवास घेराव करेंगे। शुक्रवार को चम्पावत के जिलाध्यक्ष मनोज तड़ागी, पाटी ब्लाक अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष खीमानंद बिनवाल, सरिता अधिकारी, पिथौरागढ़ जिलाध्यक्ष सुंदर सिंह सौन, प्रदेश महामंत्री कुंडल महर, चकराता के प्रधान संगठन अध्यक्ष दलीप तोमर, हरीश राजगुरु, नरेंद्रनगर ब्लाक अध्यक्ष धन सिंह सजवाण, डोईवाला के पंकज रावत, पूजा देवी, सरोज वर्मा, विनोद, सुनीता, गंभीर धामी, महिपाल सिंह वल्दिया, अनीता देवी सहित प्रदेश भर से आए तमाम प्रधानों ने धरने को अपना पूर्ण समर्थन दिया।