कुमाऊं पोस्ट न्यूज, चम्पावत : उत्तराखंड जल संस्थान डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ की जिला इकाई ने जल संस्थान में उपनल के माध्यम से सहायक अभियंता की नियुक्ति का कड़ा विरोध किया है। इंजीनियरों का कहना है कि लोक सेवा आयोग की परिधि के पद को इस तरह उपनल के जरिए भरा जाना संदेहपूर्ण है और यह वर्षों से पदोन्नति का इंतजार कर रहे अवर व कनिष्ठ अभियंताओं के साथ धोखा और विश्वासघात है।
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चम्पावत शाखा के अध्यक्ष बहादुर सिंह और शाखा सचिव पवन सिंह ने उत्तराखंड जल संस्थान के मुख्य अभियंता को इस संबंध में पत्र भेजा है। पत्र में अभियंताओं का कहना है कि जल संस्थान में सहायक अभियंता पद पर नियमित पदोन्नति न होने से 48 पद रिक्त चल रहे हैं। दैनिक समाचार पत्रों के संज्ञान का हवाला देते हुए कहा कि सहायक अभियंता पद लोक सेवा आयोग के अधीन आते हैं। ऐसे में सरकार द्वारा विभागीय पदोन्नति न कर उपनल के माध्यम से सहायक अभियंता पदों पर नियुक्ति करना उनके हकों व अधिकारों के साथ खिलवाड़ है।
पत्र में कहा गया है कि सभी इंजीनियर उपनल से की जाने वाली इस नियुक्ति का कड़ा विरोध करते हैं। चेतावनी दी कि यदि उपनल के माध्यम से सहायक अभियंताओं की नियुक्ति की जाती है तो वह उनके अधीन कार्य नहीं करेंगे। इसका कड़ा विरोध जताते हुए उन्होंने चरणबद्ध तरीके से कार्य बहिष्कार और आंदोलन की चेतावनी दी है।
पत्र में अभियंताओं का कहना है कि वर्तमान में विभाग में अनुभवी व वरिष्ठ अपर सहायक अभियंता कार्यरत हैं। जिन्हें वरिष्ठता क्रम के अनुसार सहायक अभियंता पदों पर पदोन्नत किया जाए अथवा सहायक अभियंता पद का प्रभार पदोन्नति तक दिया जाए।
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अभियंताओं ने कहा कि यह उनके हितों के साथ खिलवाड़ है। यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह आंदोलन को बाध्य होंगे। ज्ञापन में अपर सहायक अभियंता बीएस कुर्बानी, परमानंद पुनेठा, चंद्रशेखर पंत, प्रशांत वर्मा, त्रिवेंद्र जोशी, कनिष्ठ अभियंता भुवन चंद्र भट्ट आदि के हस्ताक्षर हैं।