चम्पावत : गुमदेश के ग्रामीणों ने क्षेत्र में सरयू पेयजल लिफ्ट योजना की स्वीकृति की मांग को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। सीएम को भेजे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि यह योजना क्षेत्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। लिहाजा, पेयजल योजना को स्वीकृत कर पेयजल समस्या का निदान किया जाए।
गुमदेश विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष माधो सिंह अधिकारी की अगुवाई में गुमदेश क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण चम्पावत कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने सीएम को भेजे ज्ञापन में कहा है कि भारत सरकार की ओर से जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत हर घर तक नल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि विकासखंड लोहाघाट की 44 और विकासखंड बाराकोट की 10 ग्राम पंचायतों की लगभग 60 हजार की आबादी अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगी हुई है। बताया कि कई गांव, धार्मिक स्थल और शिक्षण संस्थाएं लगभग 7 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं। इन क्षेत्रों में अधिकतर पेयजल का संकट रहता है और पानी के स्रोतों का अभाव है।
गुमदेश विकास संघर्ष समिति ने इन क्षेत्रों के लिए सरकार से सरयू पेयजल लिफ्ट योजना को स्वीकृत करने की मांग उठाई। बताया कि विकासखंड लोहाघाट की आम बैठक में पारित इस योजना से संबंधित चार बिंदुओं का प्रस्ताव पूर्व में ही शासन प्रशासन को भेजा गया है।
ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यह स्थान विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले हैं और यह नेपाल सीमा से लगे हुए हैं। यहां पानी की किल्लत लगातार रहती है। कहा कि यदि योजना स्वीकृत हो गई तो यह इस क्षेत्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी। प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपने वालों में जिपं राईकोट सदस्य प्रतिनिधि मोहित पाठक, ग्राम प्रधान संगठन के भुवन चंद्र भट्ट, ग्राम प्रधान संगठन की प्रदेश उपाध्यक्ष व किमतोली प्रधान सरिता अधिकारी, मंगोली के प्रधान चांद सिंह बोहरा, ढोरजा के प्रधान हुकुम सिंह, पुल्ला प्रधान पवन कुमार, नाकोठखोलिया प्रधाान पवन राम, नर सिंह धौनी, बीडीसी मदन कलौनी, मोहित पांडेय, राम सिंह धौनी, भगत अधिकारी आदि शामिल रहे।

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