कुमाऊं पोस्ट न्यूज,चम्पावत : परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाए जाने सहित तमाम मांगों को लेकर आत्मदाह की धमकी देने वाले छात्रसंघ अध्यक्ष व अन्य छात्र नेताओं ने शनिवार को कॉलेज में धरना दिया। वार्ता में तय हुआ कि अगर यदि कोई कोरोना संक्रमित विद्यार्थी महाविद्यालय में आता है तो उसकी चिकित्सकीय जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी, तब जाकर छात्रनेता मान गए।
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गौरतलब है कि छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कार्की ने बीते रोज कुलपति को ज्ञापन भेजकर कुमाऊं विश्वविद्यालय की परीक्षा तिथि आगे बढ़ाए जाने, परीक्षा तिथि के बीच में पांच दिन का अंतर सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन भेजा था। मांगें न माने जाने पर उन्होंने आत्मदाह और धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। उन्होंने मांग उठाई थी कि यदि महाविद्यालय में कोई कोरोना संक्रमित छात्र आएगा तो क्या उसकी जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी? शनिवार को तय कार्यक्रम के अनुसार छात्रनेता महाविद्यालय पहुंचे और धरने में बैठ गए। महाविद्यालय प्रशासन की छात्र नेताओं से मांगों को लेकर बातचीत हुई। महाविद्यालय प्रशासन ने उन्हें भरोसा दिलाया कि कोरोना की गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा। सामाजिक दूरी का ध्यान रखने के साथ ही समय-समय पर विद्यार्थियों को सेनेटाइज किया जाएगा। बिना सेनेटाइज के तो कोई भी विद्यार्थी महाविद्यालय में प्रवेश नहीं कर सकता है। अगर यदि महाविद्यालय में कोई भी कोरोना संक्रमित छात्र आता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी। बकायदा महाविद्यालय प्रशासन को इसको लेकर पत्र जारी किया। तब जाकर छात्रसंघ अध्यक्ष व अन्य छात्र नेता माने। इस मौके पर छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कार्की, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नाथ सिंह बोहरा, अंकित खर्कवाल, बसंत जोशी, मयंक बोहरा, अमन टम्टा, आकाश टम्टा, मनीष महर, कुशाग्र वर्मा, अमित रावत, शेखर, मनीष चौधरी, विशाल महराना, नरेश बिष्ट, प्रकाश मेहता आदि मौजूद रहे।