
कुमाऊं पोस्ट, चम्पावत : उच्चतम न्यायालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशों के बाद अंतिम सेमेस्टर और अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षाएं होनी तय हैं। जिसके लिए विश्वविद्यालयों द्वारा अपने स्तर से तैयारियां की जा रही हैं।
सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के माध्यम से उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। जिसमें उन्होंने कहा है कि 13 सितंबर से कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा आयोजित कराए जाने का निर्णय लिया है। उनका कहना था कि वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों के साथ ही अभिभावकों में भी भय का माहौल है। ऐसे में अपने मूल जिले से अन्य महाविद्यालय पिथौरागढ़, हल्द्वानी, नैनीताल, रुद्रपुर, अल्मोड़ा आदि कॉलेजों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं उनके नजदीकी महाविद्यालयों में ही कराई जाएं। छात्रों का कहना था कि कोरोना के कारण महाविद्यालय बंद हैं और अपने जिले से बाहर अध्ययन करने वाले विद्यार्थी वहां बेवजह कमरों का किराया देने के बजाए अपना सभी सामान घर ले आए हैं। उनका कहना था कि यदि ऐसे में विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए वहां जाते हैं तो उन्हें रहने आदि की तमाम दिक्कतें पेश आएंगी। ऊपर से कोरोना की गाइडलाइन के अनुसार एक जिले से दूसरे जिले में जाने पर 14 दिन का होम क्वारंटाइन भी जरूरी है। अभिभावकों को बच्चों को इस समय बाहर भेजने में डर सता रहा है।
ऐसे में स्वस्थ बच्चे में भी संक्रमण होने और फैलने की संभावना है। छात्र नेताओं ने कहा कि जिले के सैकड़ों छात्र दूसरे महाविद्यालयों में पढ़ते हैं। ऐसे में उनके साथ कई दिक्कतें पेश आ सकती हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा के आनलाइन आवेदन के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा मूल महाविद्यालय के अलावा अपने नजदीकी महाविद्यालय क्षेत्र का विकल्प मांगा था, जिसका डाटा महाविद्यालय के पास उपलब्ध है। लिहाजा, महाविद्यालय को उस डाटा का प्रयोग कर जिले से बाहर पढऩे वाले विद्यार्थियों के लिए उनके घर के नजदीक के महाविद्यालय में ही परीक्षा केन्द्र बनाया जाना चाहिए। इससे सैकड़ों बच्चों को सुविधा मिलेगी और यह कदम कोरोना की रोकथाम में भी कारगार साबित होगा। उन्होंने कलक्ट्रेट के प्रशासनिक अधिकारी जेडी पांडेय के माध्यम से उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। इस मौके पर छात्रसंघ महासचिव प्रेम जोशी, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि कैलाश नाथ, पूर्व छात्रसंघ महासचिव पीयूष जोशी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पारस महर, हरीश जोशी, मुकेश जोशी, रविशंकर आदि मौजूद रहे।
महाविद्यालय में हो सेनेटाइजर की व्यवस्था, स्वच्छ हों शौचालय, सामाजिक दूरी का रखा जाए ख्याल

चम्पावत : कलक्ट्रेट के बाद छात्र महाविद्यालय गए और वहां प्राचार्य के अवकाश में होने के चलते प्राध्यापकों व प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ज्ञापन देते हुए कहा कि महाविद्यालय में परीक्षा के दौरान सेनेटाइजर की व्यवस्था की जाए। महाविद्यालय के प्रवेश द्वार पर ही प्रत्येक छात्र-छात्रा को सेनेटाइज कर तभी प्रवेश दिया जाए। साथ ही परीक्षा के दौरान सामाजिक दूरी का पूरा पालन हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही कहा कि महाविद्यालय के शौचालयाेंं को भी स्वच्छ रखा जाए।