नई दिल्ली : भारत रत्न और भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे प्रणव मुखर्जी का 84 साल की उम्र में निधन हो गया है। इसकी जानकारी खुद उनके बेटे ने ट्वीट कर साझा की। पिछले कुछ समय से बीमार होने के कारण वह अस्पताल में भर्ती थे और सोमवार को उनका देहांत हो गया। कांग्रेस सरकार में कद्दावर नेता के साथ ही उन्होंने भारत सरकार में कई मंत्रालयों, आयोगों व समितियों मे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन किया है।
1969 से उन्होंने बंगाल से राजनीति की शुरूआत की। 2004 में वह लोकसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए थे और उसके बाद भारत सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे। 2012 में भारत के 13 वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। 2019 में उन्हें भारत रत्न दिया गया।
प्रणव दा के जीवन पर एक नजर
जन्म – 11 दिसंबर 1935, मिराती गांव, किरनाहर, वीरभूम पश्चिम बंगाल
माता – राजलक्ष्मी मुखर्जी
पिता – कामदा किंकर मुखर्जी, पिता भी कांग्रेस से जुड़े थे।
बहन – अन्नपूर्णा बनर्जी एवं अन्नानापूर्णा बंदोपाध्याय
पत्नी – सुरवा मुखर्जी
विवाह – सन – 1957
बच्चे – अभिजित (बेटा)
शर्मिष्ठा (बेटी)
इंद्रजीत (बेटा)
राज्यसभा सांसद – 1969, 1975, 1981, 1993, 1999
भारतीय योजना आयोग के अध्यक्ष – 24 जून 1991 से 15 मई 1996
विदेश मंत्री – 10 फरवरी 1995 से 16 मई 1996
रक्षा मंत्री – 22 मई 2004 से 26 अक्टूबर 2006
वित्त मंत्री – 24 जनवरी 2009 से 26 जून 2012
भारत के 13 वें राष्ट्रपति – 25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017 तक