चम्‍पावत के मल्‍ली बाजार में आकर्षक रूप से सजाए गए गौरा-महेश।

गौरव पांडेय, कुमाऊं पोस्‍ट, चम्पावत : जनपद में गौरा-महेश्वर की विवाह रस्मों से जुड़ा सातूं-आठूं पर्व पर अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। नगर क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचल में शिव व पार्वती की मूर्तियों की परंपरागत तरीके से पूजा अर्चना की जा रही है। तीन-चार दिन बाद मूर्तियों का विसर्जन होगा। इस बार कोरोना के कारण आयोजन भव्य रूप में नहीं देखे गए और महिलाओं ने त्यौहार को सादगी के साथ मनाया।

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जनपद सहित सीमांत क्षेत्र में भाद्र कृष्ण पक्ष को सातूं-आठूं पर्व मनाया जाता है। गौरा पूजन के साथ ही विभिन्न देवालयों और सामूहिक स्थलों में धान के पिरोल से पार्वती की मूर्ति बनाकर उसे स्थापित किया जाता है। सुहागिन महिलाएं डोर, दुबज्यो की पूजा कर उसे धारण करती हैं। विशेष पूजा-अर्चना के बाद लोक संस्कृति आधारित गायन होते हैं। झोड़ा चांचरी और खेल के जरिए गौरा पर्व का विशेष गायन होता है। नगर सहित मुख्यालय के ग्रामीण अंचलों में गौरा पर्व की धूम मची हुई है।
मादली क्षेत्र के देवल स्थित ज्वाला देवी मंदिर में शिव-पार्वती मूर्ति की स्थापना कर महिलाओं ने पूजा अर्चना की। यहां भगवती पांडेय, प्रेमा पांडेय, भावना पांडेय, उमा पांडेय, हेमा, जयंती पांडेय, तारा, जय तिवारी, बीना, पुष्पा उप्रेती, सरिता, मीनाक्षी, हेमा, बसंती पंत, देवकी देवी सहित तमाम महिलाएं मौजूद रहीं। महिलाओं ने बताया कि मूर्तियों का विसर्जन बुधवार को किया जाएगा।

नगर क्षेत्र के मल्लीहाट में बिष्ट भवन में मूर्तियों की स्थापना की गई। महिलाओं ने शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना की। यहां जानकी बिष्ट, भावना बिष्ट, मीरा खर्कवाल आदि मौजूद रहे। कोरोना के चलते महिलाओं ने निर्णय लिया कि गौरा-महेश की मूर्तियों का विसर्जन बुधवार को बालेश्वर मंदिर में किया जाएगा।

मुख्यालय से सटे फुलारागांव में शिव-पार्वती की मूर्तियों की स्थापना की गई है। जहां माहेश्वर और गौरा की शिव-पार्वती के रुप में विवाह रस्में कर विशेष पूजा-अर्चना का दौर जारी है। महिलाओं द्वारा लोक संस्कृति गीतों के गायन से भक्ति का माहौल बना हुआ है। इस मौके पर ऊषा फुलारा, भावना फुलारा, कलावती पांडेय, लक्ष्मी जोशी, कमला जोशी, दीप्ति पांडेय, निर्मला फुलारा, कमला फुलारा आदि महिलाएं मौजूद रही। महिलाओं ने बताया कि गांव में ही स्थित नौनी देव थान में शुक्रवार को विधि-विधान के साथ गौरा-महेश की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा।

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